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हॉरर फिक्शन सागा:
कहानी का नाम: “वेदिका“
फिक्शन गॉथिक हॉरर (पुरानी हवेलियाँ, डार्क रोमांस)सीरीज़

राहुल, एक महत्वाकांक्षी और साहसी पत्रकार, अपने दोस्त से गांव के बारे में सुनता है कि वहां रात के समय एक काले साये का आना-जाना रहता है। गांव के लोग कहते थे कि यह कोई आत्मा है, जबकि कुछ मानते थे कि यह काला जादू है। राहुल को यह सुनकर सच्चाई जानने की तीव्र इच्छा होती है और वह इस रहस्य को सुलझाने के लिए गांव जाने का फैसला करता है।
गांव में पहुंचते ही राहुल को अजीब सा माहौल महसूस होता है। वहां का वातावरण घना और घबराहट से भरा हुआ था। गलियों में बसी हुई पुरानी हवेलियों के खंडहर जैसे रहस्य से भरे हुए थे। हर घर की दीवारों पर समय के निशान साफ दिखते थे, और दरवाजों पर लगी पुरानी लकड़ी की खिड़कियाँ किसी अजनबी की आँखों जैसी दिखती थीं। गांव के लोग, जो पहले कभी आपस में मिलकर हंसी-मजाक करते थे, अब चुप थे और सबकी आँखों में डर साफ नजर आ रहा था।
राहुल ने अपने कमरे में प्रवेश किया। कमरे की दीवारों पर मिट्टी से सने पुराने चित्र थे। जैसे ही उसने खिड़की से बाहर देखा, उसे गांव के पुराने किले की दीवारें धुंधले आसमान में तैरती हुई दिखाई दीं। उसकी आँखें उन दीवारों पर ठहर गईं, जहां से उसे अजीब सी हलचल महसूस हो रही थी। और तभी उसे अचानक एक काले साये का आभास हुआ। वह कुछ देर खड़ा रहा और फिर हल्के कदमों से उस काले साये के पास पहुँचा।
“क्या तुम मुझे देख सकते हो?” एक अस्पष्ट आवाज गूंजती हुई उसके कानों में पड़ी।
राहुल ने पलटकर देखा, एक काला साया धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ रहा था। यह कोई इंसान नहीं था, बल्कि एक खौ़फनाक आकृति थी, जो हवा की तरह हल्की और पारदर्शी लग रही थी। राहुल का दिल तेजी से धड़कने लगा, लेकिन वह घबराया नहीं। उसे इस साये के पीछे का रहस्य जानने का जज्बा था।
“तुम कौन हो?” राहुल ने डरते हुए पूछा।
“मैं वह हूँ, जो तुम्हारी सारी उम्मीदों को खत्म कर सकता हूँ,” वह आवाज गहरी और रहस्यमयी थी, जो अब पास आ चुकी थी।
वह साया धीरे-धीरे राहुल के सामने आया और फिर उसकी चुप्पी को तोड़ते हुए बोला, “मुझे बताओ कि तुम क्यों आए हो यहाँ?”
“तुम कौन हो?” राहुल ने फिर से वही सवाल पूछा, लेकिन उसकी आवाज में अब एक आत्मविश्वास था। वह जानता था कि उसे सच्चाई जाननी होगी।
“मैं वेदिका की आत्मा हूँ,” उस साये ने उत्तर दिया, “और मैं उन क़त्लों के रहस्य को सुलझाना चाहती हूँ, जो मेरे साथ हुए।”

राहुल को समझ में आया कि यह कोई साधारण भूत नहीं था। वह साया एक मृत लड़की की आत्मा थी, जिसका नाम वेदिका था। उसकी आत्मा अब भी शांत नहीं हो पाई थी, और वह सच्चाई जानने के लिए संघर्ष कर रही थी।
राहुल ने फैसला किया कि वह इस रहस्य को सुलझाएगा और वेदिका को शांति दिलाएगा। उसने सबसे पहले गांव के बुजुर्गों से बात करनी शुरू की। एक दिन वह गांव के सबसे पुराने व्यक्ति, “बाबूजी” से मिला, जो 80 साल के थे, और गांव की पुरानी कहानियों के बारे में जानते थे।
बाबूजी की आँखों में एक अजीब सी चमक थी, जैसे वह किसी पुराने समय के राज़ को छुपा रहे हों। उन्होंने धीरे से कहा, “तुम्हें उस पुराने क़त्ल की कहानी सुननी चाहिए। वह क़त्ल सिर्फ एक इंसान ने नहीं किया था, बल्कि पूरे गांव ने मिलकर वेदिका की हत्या की थी।”
राहुल ने उन्हें गौर से सुना, “क्या आप कह रहे हैं कि यह एक सामूहिक हत्या थी?”
“हाँ,” बाबूजी ने सिर झुकाते हुए कहा, “उस समय वेदिका के परिवार की काफी संपत्ति थी। एक व्यक्ति ने उसकी हत्या की साजिश रची, लेकिन वो अकेला नहीं था। पूरे गांव के लोगों ने उसमें हिस्सा लिया था। वेदिका को मारने के बाद, वे सभी अपनी संपत्ति पर कब्ज़ा करना चाहते थे।”
राहुल की समझ में आया कि वेदिका की हत्या किसी तरह की साजिश का हिस्सा थी, और अब उसकी आत्मा इस क़त्ल का बदला लेना चाहती थी।
राहुल अब क़त्ल के वास्तविक कारण को जानने के लिए और अधिक गहराई से जांच करने लगा। एक रात, वह क़त्ल के पुराने स्थान, यानी गांव के पुराने किले में जाता है, जहां वेदिका की हत्या हुई थी। वहां उसे एक पुरानी डायरी मिलती है, जो एक गुप्त कमरे में रखी हुई थी। वह डायरी पढ़ता है और उसे क़त्ल की पूरी साजिश का पता चलता है।
डायरी में वेदिका की आखिरी घड़ी की घटनाओं का विवरण था। “वे मुझे मारने के बाद, मेरे शरीर को पुराने कुएं में फेंक आए थे,” डायरी में लिखा था। “मेरी आत्मा को कभी शांति नहीं मिली, और अब मैं उन सभी को सजा दूंगी।”
राहुल को समझ में आ गया कि वेदिका की आत्मा क़त्ल के बाद अब भी शांति की तलाश में थी। वह अब सभी को एक-एक कर सजा देने का मन बना चुकी थी।
राहुल ने गांव के बुजुर्गों को बुलाया और उन्हें वेदिका की आत्मा की स्थिति के बारे में बताया। सभी ने मिलकर एक अनुष्ठान किया, ताकि वेदिका की आत्मा को शांति मिल सके और वह अपनी हत्या का बदला न ले। जैसे ही अनुष्ठान पूरा हुआ, वेदिका की आत्मा ने आखिरी बार राहुल को देखा और कहा, “तुमने मेरी मदद की, अब मैं शांति पा सकी।”
उसके बाद, वह काले साये की तरह गायब हो गई, और गांव में एक अजीब सी शांति छा गई।
“रात के साये में” एक रहस्यमयी कहानी है, जिसमें एक युवा पत्रकार ने अपने साहस से एक पुरानी हत्या के राज़ को सुलझाया और एक आत्मा को शांति दिलवाई। यह कहानी बताती है कि कभी-कभी हमें अतीत की सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए, क्योंकि वह हमें शांति और समाधान तक ले जाती है।
समाप्ति:
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